रहटगांव -तहसीलदार मुख्यालय पर न रहकर 15 किमी दूर टिमरनी से अप-डाउन करते हैं। जिससे तहसील के काम-काज पर असर पड़ रहा है ,और काम न होने से ग्रामीणजन व किसान परेशान होते है। रहटगांव तहसील में तकरीबन 110 गांव सहित नगर की करीब 10 हजार की आबादी के कामकाज निर्भर हैं। जनता की सुविधा के लिए यहां तहसील कार्यालय तो खोल दिया गया, लेकिन यहां पदस्थ अधिकारी सहित स्टाफ अपडाउन करता है जो बड़ी असुविधा बन गई है।

बताया गया है तहसील टिमरनी से रहटगांव तक अपडाउन करते हैं। ये बात खास है कि 15 किमी दूर टिमरनी से कार से आने जाने में प्रतिदिन करीब 500 रुपए का डिजल लगता है तो गाड़ियों में 1 हजार रुपए का डीजल फूंका जा रहा है।पुर्व कलेक्टर द्धारा तहसील मुख्यालय पर रहने के लिए निर्देशित किया गया था, उसके बाद भी मुख्यालय पर नहीं रहते।तहसीलदार डायस पर नहीं बैठतीं।रहटगांव तहसीलदार श्वेता बम्होरे अधिकतर समय अपने आफिस में ही रहतीं हैं, जहां आफिस बना है और कर्मचारी बैठते हैं उक्त न्यायालय में मैडम नहीं बैठतीं। इससे भी ग्रामीणों को परेशानी होती है।

वहीं तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के आफिस में तहसीलदारो की लिस्ट और नाम लिखें वे वर्षों से परिवर्तन नहीं हुए हैं, विगत 5 साल से अधिक समय से बोर्ड पर तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के नाम लिखें है, जबकि वर्तमान पदाधिकारियो के नाम लिखना चाहिए, जिससे यहां आने बाले हितग्राहियों को अधिकारी के बारे में पता रहे की कौन अधिकारी यहां पदस्थ हैं।
जानकारी के मुताबिक गर्मी के दिनों यहां पर रहटगांव क्षेत्र सहित वनांचल के आदिवासी भी अपने दस्तावेज के संबंध में तहसील आते हैं जहां पर पानी की व्यवस्था नहीं है यहां वाटर कूलर लगना चाहिए वह भी नहीं है।इस और प्रशासन द्बारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।