शंकर मंदिर पेडी धाट में स्थित एक ऐतिहासिक महत्व का पीपल वृक्ष, जिसे धार्मिक, पर्यावरणीय और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता था, श्रद्धालुओं द्वारा रोजाना पूजा पाठ और दीपक लगाए जाते थे पीपल के वृक्ष को बिना किसी वैध अनुमति के काट दिया गया है। इस कृत्य से न केवल हरदा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को नुकसान पहुंचा है, बल्कि यह पर्यावरणीय संतुलन और वन संरक्षण अधिनियम, 1980 का भी उल्लंघन है।
यह पेड़ न केवल पर्यावरणीय दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसे स्थानीय जनता द्वारा धार्मिक आस्था के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता था। इस घटना ने नगरवासियों की धार्मिक भावनाओं को भी गहरी ठेस पहुंचाई है।
मेरा आपसे निवेदन है कि:
- घटना की तत्काल जांच कर दोषियों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
- भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
- नगर में वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को और सुदृढ़ किया जाए।
उपरोक्त घटना से स्थानीय जनता में आक्रोश है, और यदि शीघ्र ही उचित कार्रवाई नहीं की जाती है, तो विरोध प्रदर्शन की स्थिति उत्पन्न हो सकती। हैं
प्रतिलिपि:
- मुख्य नगरपालिका अधिकारी, हरदा नगर परिषद
- वन विभाग, हरदा