खिरकिया मे सहायक ग्रेड 3 पर पदस्थ कर्मचारी मनीष निकुम वेतन नहीं मिलने से परेशान था।
5 महीने से रुकी थी सैलरी
मनीष की सैलरी बीते 5 महीने से नहीं मिली थी. जिसके बाद वह मानसिक तनाव का शिकार हो गया और उसने इस प्रताड़ना से तंग आकर मनीष ने जहर खा लिया। जहां से उसे हरदा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था जहां जिला अस्पताल में डॉक्टरो द्वारा उसका उपचार किया गया लेकिन रात 11:30 बजे उसने दम तोड़ दिया।
परिजनों का आरोप है कि आखिर किस कारण व्यक्ति को पांच माह से वेतन क्यों नहीं दिया गया जिसकी पूर्ण रूप से जांच की जाए जबकि नियमानुसार किसी भी कर्मचारी का वेतन रोकने का प्रावधान किसी भी विभाग को नहीं है यह एक जांच का विषय है।