जनसुनवाई में किसान संघ के द्वारा सोयाबीन को बोतल लगाकर व्हील चेयर पर लाया गया। किसानों का कहना है कि सोयाबीन के भाव कम होने से उनकी आर्थिक स्थिति को बहुत नुकसान हुआ है। किसानों का आरोप है कि जब किसानों ने सोयाबीन के भाव 6000₹ करने के लिए आंदोलन किया ,तब सरकार ने सोयाबीन का भाव न बढ़ाकर सोयाबीन ऑयल का भाव 25 से 30 ₹ बढ़ा दिया। साथ ही किसानों ने कहा कि उन्हें बिजली भी टाइम से नहीं दी जा रही हैं। जिससे उन्हें आगे की फसलों को पानी देने में समस्या आ रही है। साथ ही किसानों का कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुईं तो किसानों के द्वारा आंदोलन किया जाएगा। जिसका जिम्मेदार प्रशासन रहेगा।
किसानों ने जनसुनवाई मे अपनी समस्याएं बताई।
