भोपाल – बिल्डरों के 52 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी का संबंध सौरभ से जुड़ा हुआ निकला । आयकर को जिस गाड़ी से 42 करोड़ की संपत्ति बरामद हुई थी उसी गाड़ी से उन्हें एक डायरी भी मिली। उस डायरी में आरटीओ के कई अफसरों और बड़े लोगों के काले चिट्ठे है। डायरी में 100 करोड़ के लेन देन का हिसाब भी मिला ।

यह सुनिश्चित हो गया है की सौरभ ने काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा दोस्त चेतन के नाम से छिपाया।अविरल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी बनाई, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज ग्वालियर में रजिस्ट्रेशन कराई। दफ्तर अरेरा कॉलोनी में खोला। यहीं पर चेतन भी अपनी पत्नी के साथ दो कमरों में रहता है।आयकर ने उसके बयान के 150 से ज्यादा पन्ने दर्ज किए है। शंका है की,सौरभ खुद एक बिल्डर है तो बिल्डर लॉबी–प्रशासनिक अफसरों के हिस्से को भी यह कमाई हो सकती है।