दीपेश राठौर संवाददाता ओंकारेश्वर
ओंकारेश्वर। तीर्थनगरी में बिना परमिट के धड़ल्ले से दौड़ रही दर्जनों यात्री बसें प्रशासनिक लापरवाही की पोल खोल रही हैं। इन बसों में न तो फिटनेस जांच हो रही है, न ही सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है। बावजूद इसके यातायात विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहा।
देखे वीडियो
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ये बसें रोज़ाना सैकड़ों श्रद्धालुओं को लेकर ओंकारेश्वर आ-जा रही हैं। कई बार इन वाहनों की हालत इतनी खराब होती है कि हादसे की आशंका बनी रहती है। इसके बावजूद विभाग आँखें मूँदे बैठा है।
जनता में सवाल उठ रहा है कि क्या प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना का इंतज़ार कर रहा है?
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर न तो नियमित जांच की जा रही है और न ही बिना परमिट चलने वाले वाहनों पर अंकुश लगाया जा रहा है।

ओंकारेश्वर जैसे धार्मिक और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में इस तरह की लापरवाही कभी भी बड़े हादसे को जन्म दे सकती है।
ज़रूरत है कि प्रशासन तुरंत संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई करे, ताकि भोलेनाथ की नगरी में आने वाले श्रद्धालु सुरक्षित रह सकें।
तिर्थयात्रियों से भरी बस हादसे का शिकार, भगवान भोलेनाथ की कृपा से टली बड़ी जनहानी

ओंकारेश्वर। बुधवार की दोपहर एक बड़ा हादसा टल गया जब तीर्थयात्रियों से भरी एक बस अचानक अनियंत्रित होकर दोपहिया वाहनों को रौंदते हुए सीधा एक गेस्टहाउस में जा घुसी। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस चालक ने अचानक संतुलन खो दिया, जिसके बाद बस तेज रफ्तार में सड़क किनारे खड़े कई दोपहिया वाहनों को टक्कर मारते हुए गेस्टहाउस की दीवार से जा भिड़ी। हादसे के समय बस में दर्जनों श्रद्धालु सवार थे।
भगवान भोलेनाथ की असीम कृपा से सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायज़ा ले रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने राहत कार्य में सक्रिय भूमिका निभाते हुए यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। हादसे की वजह तकनीकी खराबी या चालक की लापरवाही बताई जा रही है, जिसकी जांच जारी है।
