वर्ल्ड स्वराज न्यूज़। चैत्र माह की नवमी तिथि को बेहद खास माना जाता है। इस दिन राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। इसके साथ ही सिद्धदात्री माता की पूजा के साथ ही नवरात्रि का समापन भी इसी दिन होता है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, भगवान राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। यही वजह है कि, चैत्र माह की नवमी तिथि को राम नवमी के नाम से भी जाना जाता है। हर साल इस दिन पूरे भारत वर्ष में राम जन्मोत्सव बहुत धूमधाम से माना जाता है।
भगवान राम की पूजा से मिलते हैं ये लाभ
राम नवमी के दिन विधि-विधान से भगवान राम की पूजा करने से भक्तों के संकट कट जाते हैं। भगवान राम की पूजा से आपकी रचनात्मक क्षमता का विकास होता है और बौद्धिक रूप से भी आप मजबूत होते हैं। घर परिवार में सुख-समृद्धि रखने वालों को भी राम जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए। राम नवमी पर श्रीराम की पूजा करके आपके घर में सकारात्मकता आती है, इसके साथ ही राम जी की पूजा करने से माता पार्वती, हनुमान जी और भोलेनाथ का आशीर्वाद भी आपको प्राप्त होता है।