हरदा-डॉ भरत काटकर ने अर्जुन का किया था ऑपरेशन
ऑपरेशन के बाद बालक एम्स में इलाज के दौरान मौत
परिजनों का डॉ भरत काटकर पर गलत इलाज करने आरोप
पुलिस प्रशासन और मृतक के परिजन के बीच नोक झोक
हरदा।बीते माह 17 सितंबर को हरदा के नामी डॉक्टर भरत काटकर ने अर्जुन का अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया था।ऑपरेशन के बाद अर्जुन का स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद परिजनों ने भोपाल एम्स में भर्ती किया।जहां भोपाल में इलाज के दौरान अर्जुन की मौत हो गई।परिजनों ने डॉक्टर भरत काटकर पर गलत इलाज करने का आरोप लगाया है।
बता दे कि लगभग 2 महीने इलाज के दौरान 9 दिसंबर को अर्जुन का देहांत हो गया,भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने भी 24 नवंबर को दोबारा बालक का ऑपरेशन किया था।बालक का स्वास्थ्य बिगड़ने पर मौत हो गई।
बालक की मौत के बाद परिजनो की सुनवाई नही हो रही।पीड़ित परिवार डॉ भरत काटकर पर कार्रवाई की मांग कर रहा है। परिजनों ने पूर्व में भी प्रशासन को चेतावनी दी थी इसके बावजूद भी भरत काटकर पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई।

कार्रवाई नही होने से नराज पीड़ित परिवार मजबूर धरने पर बैठने को मजबूर है।गुरुवार को मृतक के परिजनो के साथ समाज के लोग बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुचे।जहा पहले रैली के रूप में हरदा कलेक्ट्रेट गेट के सामने समाज के लोग जमकर गरजे।भरत काटकर मुर्दाबाद व भरत काटकर को जेल भेजो जैसे नारे लगाए।

इस दौरान समाज के लोगो ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाएं।वही पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगने के तुरंत बाद पुलिस और समाज के लोग आमने सामने हए।इस दौरान पुलिस और समाज के लोगो के बीच नोक झोक हुई।
हालांकि समाज के लोगो को समझाइश के बाद मामला शांत कराया।इसके बाद करीब दो घण्टे पीड़ित के साथ समाज के लोग कलेक्ट कार्यालय में प्रदर्शन करते रहे। और जिला कलेक्टर से मिलने की मांग पर अड़े रहे।नराज परिजन ने कलेक्टर कार्यालय पहुचकर डॉक्टर भरत काटकर के खिलाफ जमकर नारे बाजी की।
आपको बता दे कि हरदा जिले के टिमरनी ब्लॉक के ग्राम जलोदा के अर्जुन पिता संतोस का अपेंडिक्स का ऑपरेशन डॉक्टर भरत काटकर ने किया था।जिसके बाद उसकी तबीयत में सुधार नही होने के कारण परिजनों ने भोपाल के एम्स में भर्ती किया था।इलाज के दौरान बालक की मौत हो गई।इस मामले को लेकर पूर्व में भी मृतक अर्जुन के पिता संतोष धुराये व म्रतक के चाचा दिल्ली सुनील कुमार फ्रोफ़ेसर के साथ अहिरवार समाज के लोग बड़ी संख्या में एसपी कार्यालय पहुंचे थे। इसके बाद भी डॉक्टर भरत काटकर पर कार्रवाई नहीं होने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
कलेक्टर कार्यालय में एक जुट होकर डॉक्टर भरत काटकर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रोफेसर सुनील कुमार ने कहा कि डॉक्टर भरत काटकर डॉक्टर नही है।वह हत्यारा है। जिला प्रशासन के हाथ डॉक्टर भरत काटकर ने बांध दिए है ऐसे आरोप मृतक के चाचा सुनील कुमार प्रोफेशन ने मीडिया के सामने खुलकर कहां।उन्होंने कहा कि प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। डॉ भरत काटकर ने उनके बेटे की हत्या की है।
कलेक्टर कार्यालय घेराव का देखे लाइव वीडियो
सुनील कुमार प्रोफेसर ने मीडिया को बताया कि अर्जुन का डॉक्टर भरत काटकर द्वारा 17 सितंबर को गलत तरीके से ऑपरेशन किया गया था।आराम न लगने के कारण में बालक को 15 अक्टूबर को भोपाल एम्स ले गया जहां पर डॉक्टर द्वारा उसे भर्ती किया गया, लगभग 2 महीने इलाज के दौरान 9 दिसंबर को अर्जुन का देहांत हो गया,भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने भी 24 नवंबर को दोबारा बालक का ऑपरेशन किया था।भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने ऑपरेशन के दौरान पाया कि डॉक्टर भरत काटकर ने अर्जुन का गलत तरीके से ऑपरेशन किया था। उसने आआंतों को ओवरलेप कर दिया था तथा एब्डोमेन पार्ट को गलत तरीके से कट किया था।
सुनील कुमार ने कहा कि डॉ भरत काटकर ने मुझे लगभग 6 मिनट तक गाली-गलौच की थी, जिसका ऑडियो मेरे पास उपलब्ध है।उन्होने कलेक्टर ऑफिस में ज्ञापन देकर कहा कि अगर तीन दिवस में डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम समाज के लोग आंदोलन करेंगे। इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।इसके बाद भी करवाई नही हुई।वही गुरुवार को प्रोफेसर सुनील कुमार ने कहा कि सिविल लाइन थाना प्रभारी व कलेक्टर को हटाया जाने की बात मीडिया के सामने कही।उन्होंने कहा कि कलेक्टर को हमसे मिलने का समय नही है।हम कबसे यहा खड़े है।उन्होने कहा कि हमने 3 बार ज्ञापन दे चुके।इसके बाबजूद करवाई नही होना कई सवाल खड़े कर रही है।